छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड 9 अप्रेल : प्रदेश के लगभग हर जिले और शहर में छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड की संपत्तियां हैं, लेकिन 90 फीसदी विवादित, अवैध कब्जे के भेंट चढ़ गए हैं। राज्यभर में वक्फ की कुल 5 हजार 723 संपत्तियां है। जिसमें से 4 हजार 942 में किसी न किसी तरह का विवाद है। कहीं अवैध रूप से कब्जे हो गए हैं, तो किसी ने अपने नाम पर जमीन कर ली है। यही वजह है कि करीब चार साल पहले प्रदेश में वक्फ सर्वे शुरू हुआ था, लेकिन यह पूरा नहीं हो पाया। इसमें राजधानी की ही 100 से अधिक संपत्तियां वक्फ की हैं। इन्हें भी वक्फ सर्वे में शामिल करना था।छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड की मौजूदा संपत्तियों का आंकलन करीब 5 हजार करोड़ रुपए किया गया है। इनमें से अधिकांश संपत्तियां शहर के प्राइम लोकेशन पर हैं। रायपुर के मालवीय रोड, बैजनाथपारा, टिकरापारा जैसे इलाकों में प्राइम लोकेशन की जमीन हैं, जिमसें दुकानें और मकान बन चुके हैं। इसके अलावा ग्रामीण इलाके में भी संपत्तियां हैं।राजपत्र में करना था प्रकाशितमार्च 2021 से वक्फ सर्वे शुरू हुआ था। इसमें रायपुर की 100 से अधिक संपत्तियों के अलावा अन्य जिलों और शहरों की संपत्तियों का सर्वे करके वर्तमान स्थिति, राजस्व रिकॉर्ड आदि जानकारियां एकत्र करना था। सर्वे के दौरान संपत्तियों पर कब्जे, विवाद आदि का भी निराकरण करना था। इसके बाद राजपत्र में प्रकाशित करना था, यह सर्वे आज तक पूरा नहीं हो पाया है। हालांकि सर्वे का काम फिर शुरू कर दिया गया है।अब सभी संपत्तियां ऑनलाइन होंगीछत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज का कहना है कि प्रदेश में वक्फ की कुल 5 हजार 723 संपत्तियां हैं। इनमें से 4 हजार 942 में विवाद है। वक्फ सर्वे कराया जा रहा है। इसके लिए राजस्व व अन्य विभाग के पर्याप्त अधिकारी-कर्मचारियों की टीम लगी है। इसके बाद वक्फ की पूरी संपत्तियों को ऑनलाइन किया जाएगा। इससे जरूरतमंद लोग संपत्ति किराए पर ले सकेंगे। केंद्रीय वक्फ बोर्ड की टीम भी रायपुर आएगी। टीम 13 अप्रैल तक रहेगी।वक्फ संशोधन बिल के संबंध में छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड अध्यक्ष डॉ सलीम राज का कहना है कि इस बिल से मुस्लिम समाज की तरक्की होगी। समाज के सभी वर्गों को लाभ मिलेगा। कुछ मामलों में समाज का पिछड़ापन भी दूर होगा।
छत्तीसगढ़ में वक्फ बोर्ड की 4 हजार 942 संपत्तियां विवादित ….
